Wednesday, 30 January 2019

मोहन राणा की तीन कवितायें



मोहन राणा की तीन कवितायें


Mohan Rana
मोहन राणा


























मोहन राणा ने उपरोक्त तीन कवितायें विशेष तौर पर raagdelhi.com के लिए भेजी हैं।  
 

Wednesday, 16 January 2019

साहित्य विशेषांक



 नाम नहीं मिल रहे थे कुछ दिन बीते, किसी ने बताया यहाँ देखो.
तो आप भी देखें यह त्योहारी समकाल पद्य अंक.
(ना) पसंद आए तो भी आप भी जरूर लिखें
"अच्छी कविताएँ हैं"

अपने एकांत में बेचारा छायावादी किंकर्तव्य-विमूढ़ हो गया
गड्डी की हैडलाइट के सामने खरगोश की तरह,

खिताबी कवि ब्रेक नहीं दबाते


2019 © मोहन राणा

वापसी : मोहन राणा

  वापसी एक नीरव जगह तुम बेचारे पेड़ को अकेला छोड़ आईं!  जमे हुए विस्तार में जो वृद्ध हो चुके ये पहाड़   लंबे शारदीय उत्सव का उपद्रव मचाते है...