कविताएँ : POEMS : MOHAN RANA : मोहन राणा
चुनी हुई कविताओं का चयन यह संग्रह -
मुखौटे में दो चेहरे मोहन राणा © (2022)
प्रकाशक - नयन पब्लिकेशन
वापसी एक नीरव जगह तुम बेचारे पेड़ को अकेला छोड़ आईं! जमे हुए विस्तार में जो वृद्ध हो चुके ये पहाड़ लंबे शारदीय उत्सव का उपद्रव मचाते है...